Miss You Grandpa Status In Hindi

Miss You Grandpa Status In Hindi

याद बहुत आता है मुझे बचपन का ज़माना
दादा जी का मुझ को वो रोते-रोते हँसाना
मालूम है चले गए हो बहुत दूर लेकिन दादा जी
हक़ीक़त में ना सही सपनों में तो चले आना

मेरे लिए दादाजी दादागिरी पर उतर आते थे
गलती पर भी मेरी तरफदारी पर उतर आते थे
दादा के साथ गुज़रा वक्त याद बहुत आता है
वो मेरी ज़िद के लिए ख़रीदारी पर उतर आते थे

दादा जी क्यों तुम इतने दूर चले गए
पोते का अपने क्यों हाथ छोड़ चले गए
आप कहते थे आपकी आंखों का नूर हूँ
क्यों आँखों का फिर छोड़ नूर चले गए

आपकी हर याद बहुत सताती है मुझे
उन की हर आहट पास बुलाती है मुझे
मम्मा पापा तो बहुत प्यार करते हैं मगर
दादाजी के प्यार की कमी खलती है मुझे

दादाजी होते तो मुझे ख़ूब कहानियाँ सुनाते
हम दोनों कागज़ की पानी में कश्तियाँ चलाते
कहीं से गर लौट आते मेरे दादा जी, तो हम
उन्हें उनकी दी हुई सारी निशानियाँ दिखाते

बात बात पर मुझे गले लगाते थे
कभी घोड़ा बन पीठ पर अपनी बिठाते थे
पता नहीं कहाँ कितने दूर चले गए दादाजी
हर मेला मुझे वो अपने कंधे पर बिठा कर दिखाते थे

चले गए दादा दूर कौन कम दूरी करेगा
मेरी अधूरी ख़्वाहिश को कौन पूरी करेगा
मेरे लिए भगवान से भी लड़ जाते थे
कौन मेरे दादा की कमी पूरी करेगा

हाथ पकड़कर दादा ने मुझे चलना सिखाया
हर कठिनाइयों में मुझे संभलना सिखाया
शायद मुझे अकेला छोड़कर जाना ही था उनको
इसीलिए तूफ़ानों से अकेले टकराना सिखाया

दादाजी की याद आते ही टूट जाता हूँ मैं
भीड़ में भी अकेला सा छूट जाता हूँ मैं
मनाने अब आएँगे नहीं दादा जी फिर भी सोचता हूँ
पढ़ें दादा जी की मृत्यु व् पुण्यतिथि पर शंदेश
क्या पता कहीं से आ ना जाए इसीलिए
कभी कभी खुद से ही रूठ जाता हूँ मैं

Grandfather Miss You Quotes

हाथ में छड़ी लेकर दादा जब चलते थे
नहीं किसी शहंशाह से कम वो लगते थे
रौब उनकी शख़्सियत का बेमिसाल था
मूछों को ताव देकर जब वो खड़ते थे

नेक दिल नेक उनका हर इरादा था
सोच ऊंची जीवन उनका सादा था
कायदे का पक्का वायदे का सच्चा
ऐसा महान महापुरुष मेरा दादा था

वो चले गए तो चली गई सब बहारें
जिएँगे अब उनकी यादों के सहारे
वो थे तो करता था ढेरों बातें उनसे
याद बहुत आएँगे हमें दादा जी हमारे

उनके बिना घर हमारा सूना हो गया है
याद करना अब दर्द को छूना हो गया है
छोड़ गये हैं जब से हमारे दादा जी हमें
खुशियाँ अधूरी ग़म कई गुना हो गया है

बेवफ़ाई का दौर है कहाँ वफ़ा मिलेगी
इस दौर में हर रिश्ते में दगा मिलेगी
मगर दादा दादी का एक ऐसा रिश्ता है
जिस रिश्ते में हर बार दुआ मिलेगी

खुशक़िस्मत है जिसको भी नसीब होती है
हर पल मुस्कुराने की वज़ह होती है
दादा दादी की गोद छुपने के लिए
दुनिया की सबसे महफूज़ जगह होती है

जब तक साथ है जी भर के बातें कर लो
इनकी हर नसीहत से अपनी झोली भर लो
पछताओगे बहुत, जब दूर चले जाएँगे
दादा दादी है ज्ञान गंगा मौका हो तो संवर लो

दादा जी ज्ञान का भंडार हुआ करते थे
किस्से कहानियों का संसार हुआ करते थे
रखते थे जेब में हर मुसीबत का हल
वो बेहिसाब तज़ुर्बे कार हुआ करते थे

दादा थे तो घर में मेरी दादागिरी थी
उनके ज़माने खुशियों की अमीरी थी
ख़रीद लाते थे हर मुस्कान दुनिया की
बड़ी कमाल की उनकी फ़क़ीरी थी

जब तक दादा साथ थे मैं ज़िंदगी
खुलकर जिया करता था, लेकिन जब से
दादा जी का साथ छूटा है मैं जिंदगी
घुट घुट कर जिया करता हूँ

सागर सी गहरी बातें दिल दरिया था उनका
मज़बूत, जैसे लफ्ज़, सीमेंट सरिया था उनका
मिलता था सकून दादा के आलिंगन में जैसे
प्यार सावन का बरसता बदरिया था उनका

कुछ यादें कुछ बातें छोड़कर दादाजी दूर चले गए
तस्वीरों से सजा घर की दीवार छोड़ दूर चले गए
जिस उंगली को पकड़ पगडंडियों में चलना सिखाया
आज वही उंगली छोड़ दादा जी बहुत दूर चले गए

DISCLAIMER: WE ARE NOT ABLE TO CONFIRM THAT THE INFORMATION ON OUR WEB SITE IS CORRECT OR CURRENT IN EVERY CASE.

Leave a Comment